सुबह का सुनहरा रंग एक उगता हुआ सूरज। सुबह का सुनहरा रंग एक उगता हुआ सूरज।
क्या तुम्हेंं पता है ? रोज-रोज चीं -चीं कर शोर मचाने वाला चिड़ा आज इतना खामोश क्यों क्या तुम्हेंं पता है ? रोज-रोज चीं -चीं कर शोर मचाने वाला चिड़ा आज इतना...
वो सजधज कर आना चुपके से मेरे पीछे से मेरे आँखों पर,अपनी मखमली हांथों से स्पर्श करके वो सजधज कर आना चुपके से मेरे पीछे से मेरे आँखों पर,अपनी मखमली हांथों से...
अम्बर ! तुम कितने विशाल हो , जो सूर्य की तपिश को ऊष्ण भाप को अपने में समेट लेते हो, अम्बर ! तुम कितने विशाल हो , जो सूर्य की तपिश को ऊष्ण भाप को अपने मे...
कभी चाँदनी रात में देख लिया तो पता है क्या होगा... क्या होगा जी…? कभी चाँदनी रात में देख लिया तो पता है क्या होगा... क्या होगा जी…?